एक चार्टर्ड एकाउंटेंट के रूप में आप अपने ग्राहकों को सलाह देते हैं, उनके लिए ऑडिट करते हैं। साथ ही अपने ग्राहकों के वित्तीय रिकॉर्ड के आधार पर समाधान भी तैयार करते हैं। हालांकि, अगर आप खुद का काम बढ़ाना चाहते हैं, तो आपको अपने कार्यालय परिसर के साथ अपनी टीम का विस्तार करने और बहुत सारे दूसरे काम के लिए अतिरिक्त कार्यशील पूंजी की जरूरत पड़ सकती है।
हम आपकी फटाफट पैसों की जरूरत को समझते हैं। इसलिए हम चार्टर्ड एकाउंटेंट्स को अनुकूलित व्यवसाय लोन देते हैं। तेजी से संवितरण के साथ हमारी डिजिटल लोन देने की प्रक्रिया आपको सही समय पर आपके काम और व्यवसाय को विस्तारित या समेकित करने में मदद करती है।
*नियम और शर्तें लागू
चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए बिजनेस लोन
*कृपया ध्यान दें कि लोन एस.एम.एफ.जी इंडिया क्रेडिट के विवेक पर वितरित किए जाते हैं। अंतिम अनुमोदन, लोन शर्तें और वितरण प्रक्रिया लोन आवेदन के समय एस.एम.एफ.जी इंडिया क्रेडिट की नीति के अधीन होगी। यदि आप एक मौजूदा ग्राहक हैं और अपने लोन को अवधि से पहले चुकाना चाहते हैं, तो कृपया ध्यान दें कि अवधि से पहले लोन चुकाने की शर्तें और शुल्क अनुरोध के समय हमारी नीति के अनुसार लागू होंगे।
हम अपनी सेवाओं में पूर्ण पारदर्शिता प्रदान करने के प्रयास करते हैं। हालाँकि, कृपया ध्यान दें कि इस पृष्ठ के अंग्रेजी और हिंदी संस्करण के बीच सामग्री में किसी भी अंतर के मामले में, अंग्रेजी पृष्ठ में दी गई जानकारी को अंतिम माना जाना चाहिए।
स्व-व्यवसायी व्यवसाय वर्ग'' के तहत व्यवसाय लोन के लिए आवेदन करने के लिए आपकी आयु कम से कम 27 वर्ष होनी चाहिए। यदि आप गैर-पेशेवर हैं, तो 2 वर्ष की छूट दी जाएगी। लोन परिपक्वता के समय आपकी आयु 65 वर्ष से अधिक नहीं हो सकती है।
हां, आपके व्यवसाय का वार्षिक कारोबार 10 लाख रुपये से 150 करोड़ रुपये* के बीच होना चाहिए। इसके अलावा, आपके व्यवसाय को पिछले 2 वर्षों के टर्नओवर और लाभ में सकारात्मक रुझान दिखाते हुए पिछले 3 वर्षों से निरंतरता में रहने की आवश्यकता है। पिछले 2 वर्षों के आपके आयकर रिटर्न में प्रति वर्ष 2 लाख रुपये से अधिक की कर योग्य आय दर्शानी चाहिए।
व्यावसाय किस्त लोन ऐसे लोन होते हैं, जिनका उपयोग मध्यम अवधि की कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाता है।
आप समान मासिक किस्तों (ईएमआई) के जरिये लोन चुका सकते हैं। लोन की अदायगी उत्तर दिनांकित चेकों के माध्यम से की जा सकती है। आप अपने बैंक को ईसीएस मैंडेट के माध्यम से भी पुनर्भुगतान कर सकते हैं।